नई दिल्ली. खुफिया एजेंसियों को आतंकी गतिविधियों की जानकारी मिली है। बुधवार को जांच एजेंसियों ने बताया कि वायुसेना के 5 एयरबेसों पर फिदायीन हमले की आशंका है। जैश-ए-मोहम्मद के 8-10 आतंकी जम्मू कश्मीर और उसके आसपास इन हमलों को अंजाम दे सकते हैं।
न्यूज एजेंसी को सरकार के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि इंटेलीजेंस के इनपुट के बाद श्रीनगगर, अवंतीपुर, जम्मू, पठानकोट, हिंडन एयरबेस पर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यह रेड अलर्ट के बाद दूसरी सबसे बड़ी चेतावनी है। सभी सीनियर अफसर खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा कर रहे हैं। यह अलर्ट जैश आतंकियों की गतिविधियों पर नजर रखने के बाद जारी किया गया है।
क्या है ऑरेंज अलर्ट?
ऑरेंज अलर्ट चेतावनी के लिहाज से दूसरी सबसे बड़ी खतरे की सूचना है। इसके आगे आपात स्थिति में रेड अलर्ट लागू किया जाता है। ऑरेंज अलर्ट के लागू होते ही इलाके में मौजूद स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। साथ ही एयरबेसों में गतिविधियों पर भी रोक लगा दी जाती है।
करीब 500 आतंकी कश्मीर में घुसपैठ के लिए तैयार
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा था कि भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के करीब 6 महीने बाद पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविर फिर सक्रिय हो गए हैं। जैश-ए-मोहम्मद समेत अन्य आतंकी संगठनों ने दहशतगर्दों को ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है। करीब 200 आतंकी कश्मीर में घुसपैठ के लिए तैयार हैं।
एनएसए ने सुरक्षाबलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए
एनएसए अजीत डोभाल ने बुधवार को श्रीनगर का दौरा किया। भारत में 200 पाकिस्तानी आतंकियों की घुसपैठ की आशंकाओं के मद्देनजर डोभाल ने सुरक्षाबलों और राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए। अनुच्छेद 370 हटने के बाद राज्य में डोभाल का यह दूसरा दौरा था।